एंजाइम उत्प्रेरक - अजीवित नाइट्रोजन युक्त उच्च अणुभार वाला प्रोटीन युक्त जटिल यौगिक जो जीवित जीवो की कोशिकाओं में होने वाली जैविक क्रियाओं का संचालन और क्रियान्वयन करता है उसे एंजाइम उत्प्रेरक और उसके इस गुण को एंजाइम उत्प्रेरण कहते हैं यह एक विषमांगी उत्प्रेरण है इसका जलीय विलियन एक कोलाइडी विलियन होता है।
एंजाइम उत्प्रेरक के उदाहरण -
एंजाइम उत्प्रेरक के गुण या अभिलक्षण -
- एंजाइम उत्प्रेरको का अनुकूलतम pH मान 5 से 7 होना चाहिए।
- एंजाइम उत्प्रेरक के लिए अनुकूलतम ताप 25० C से 35० C होना चाहिए।
- पराबैगनी किरणों के द्वारा एंजाइम उत्प्रेरक नष्ट हो जाते हैं।
- अभी तक ज्ञात सभी उत्प्रेरको में एंजाइम उत्प्रेरक सबसे अधिक सक्रिय होते हैं।
- एंजाइम उत्प्रेरक किसी उत्क्रमणीय अभिक्रिया के साम्य स्थिरांक को प्रभावित नहीं करते हैं।
- कुछ बाहें पदार्थ HCH, H₂S, CS₂ आदि और भारी धातु के आयन एंजाइम उत्प्रेरक के लिए उत्प्रेरक विश्व का कार्य करते हैं।
एंजाइम उत्प्रेरक की क्रियाविधि -
एंजाइम उत्प्रेरण की क्रिया विधि को ताला कुंजी सिद्धांत से समझाया गया है इस सिद्धांत के अनुसार जिस प्रकार से कुंजी ताले की आकृति में उपस्थित हो जाती है अर्थात दोनों की आकृतियां एक दूसरे की पूरक होती हैं उसी प्रकार एंजाइम उत्प्रेरक की आकृति में अभिकारक की आकृतियां उपस्थित हो जाती हैं और एक माध्यमिक योगिक का निर्माण होता है इसके मध्य जब क्रिया होती है तो अभिकारक उत्पाद के रूप में प्राप्त होता है और एंजाइम उत्प्रेरक ज्यों का त्यों प्राप्त हो जाता है इस सिद्धांत को ताला कुंजी सिद्धांत कहते हैं।
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एंजाइम उत्प्रेरक
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