रासायनिक बलगतिकी क्या है Chemical kinetics-
भौतिक रासायनिक की वह शाखा जिसके अंतर्गत किसी अभिक्रिया के वेग और वेग को प्रभावित करने वाले कारकों का अध्ययन किया जाता है उसे रासायनिक बलगतिकी कहते हैं।
रसायनिक अभिक्रिया के प्रकार -
वेग के आधार पर अभिक्रिया तीन प्रकार की होती हैं -
अति तीव्र अभिक्रिया - ऐसी अभिक्रियाएं जिनका वेग अति तीव्र होता है अर्थात जो 10 की घात - 30 सेकंड में पूर्ण हो जाती हैं उन्हें अति तीव्र अभिक्रिया कहते हैं जैसे उदासीन व अवक्षेपण अभिक्रिया।
अति मंद अभिक्रिया - ऐसी अभिक्रिया इंजन का वेग बहुत कम होता है अर्थात जिनमें सार्थक परिवर्तन बहुत समय बाद दिखाई देता है उन्हें अति मंद अभिक्रिया कहते हैं जैसे लोहे में जंग लगना मंद
मंद अभिक्रिया - ऐसी अभिक्रियाएं जिनका वेग अति तीव्र और अति मंद अभिक्रिया के मध्य का होता है उन्हें मंद अभिक्रिया कहते हैं जैसे आणविक अभिक्रियाएं।
- Note: रासायनिक बलगतिकी के अंतर्गत अति तीव्र गति मंद अभिक्रिया के वेग का निर्धारण नहीं किया जा सकता केवल मंद अभिक्रिया के वेग का निर्धारण किया जा सकता है।
रसायनिक अभिक्रिया की दर या वेग
(rate of reaction) -
एकांक समय में अभिकारकों और उत्पादों की सांद्रता में हुए परिवर्तन को अभिक्रिया का वेग कहते हैं।
रासायनिक अभिक्रिया की दर आण्विक द्रव्यमान पर पर निर्भर करती है
अभिक्रिया का औसत वेग -
निश्चित समय अंतराल पर अभिकारकों और उत्पादों की सांद्रता में हुए परिवर्तन को अभिक्रिया का औसत वेग कहते हैं।
अभिक्रिया का तात्कालिक या तत्क्षणिक वेग -
अति सूक्ष्म समय में अभिकारकों और उत्पादों की सांद्रताओं में हुए सूक्ष्म परिवर्तन को तात्कालिक या तत्क्षणिक वेग कहते हैं।
Tags
Chemistry
रासायनिक बलगतिकी
रासायनिक अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारक -
1. ताप को बढ़ाने से अभिक्रिया का वेग बढ़ जाता है क्योंकि प्रभावित टक्करों की संख्या बढ़ जाती है।
2. उत्प्रेरक की उपस्थिति में अभिक्रिया का वेग बढ़ जाता है क्योंकि सक्रियण ऊर्जा का मान घट जाता है।
3. अणुओं का पृष्ठीय क्षेत्रफल अधिक होने पर अभिक्रिया का वेग बढ़ जाता है।
4. अभीकारकों की सांद्रता अधिक होने पर अभिक्रिया का वेग बढ़ जाता है क्योंकि कुल टक्करों की संख्या बढ़ जाती है।
अभिक्रिया का वेग नियम वेग समीकरण -
किसी अभिक्रिया के वेग और अभीकारकों की सांद्रता के मध्य सांद्रता स्थापित करने वाले नियम को अभिक्रिया का वेग नियम या वेग समीकरण कहलाता है।
अथवा किसी अभिक्रिया का वेग उसके अभीकारकों की सांद्रता ओं के कोटि घातांको के समानुपाती होता है।
Subscribe Our Newsletter
0 Comment
Post a Comment