उत्प्रेरण (Catalysis) -
अभीकारक और उत्प्रेरक की भौतिक अवस्था के आधार पर उत्प्रेरण का वर्गीकरण -
- समांगी उत्प्रेरण (Homogeneous catalysis)
- विषमांगी उत्प्रेरण (Heterogeneous catalysis)
समांगी उत्प्रेरण :- जब किसी अभिक्रिया में अभीकारक और उत्प्रेरक की प्रवस्था का मान 1 अर्थात P=1 होता है तो उसे समांगी उत्प्रेरण कहते है।
- अगर अभिकारक और उत्प्रेरक दोनों गैसीय अवस्था में हो तो P=1 होता है। अतः वह समांगी उत्प्रेरण का उदाहरण है।
- अगर अभिकारक व उत्प्रेरक दोनों मिश्रण की अवस्था में है तो P=1
समांगी उत्प्रेरण के उदाहरण -
अभिक्रिया में NO(Nitric oxide) उत्प्रेरक है उत्प्रेरक तथा अभिकारक दोनों गैस है इसलिए इस अभिक्रिया की प्रवस्था 1 है अतः यह अभिक्रिया समांगी उत्प्रेरण के अंतर्गत आती है
विषमांगी उत्प्रेरण :- जब किसी अभिक्रिया में अभिकारक और उत्प्रेरक की प्रवस्थाएं दो या दो से अधिक (P≥2) होती हैं तो उसे विषमांगी उत्प्रेरण कहते हैं।
- अभिकारक और उत्प्रेरण दोनों ठोस अवस्था में हो तब (P=2) होता है।
- जब अभिकारक द्रव तथा उत्प्रेरक ठोस हो तो P का मान 2 से अधिक व बराबर (P≥2) होता है तथा दोनों एक दूसरे में अमिश्रणीय हो।
- यदि अभिकारक व उत्प्रेरण दोनों द्रव हो तथा अमिश्रणीय हो तब (P=2) होता है।
- जब अभिकारक गैस व उत्प्रेरक ठोस हूं तब (P=2) होता है।
विषमांगी उत्प्रेरण के उदाहरण -
अभिक्रिया में Manganese dioxide MnO₂ उत्प्रेरक है जो की ठोस है, Potassium chlorate KClO₃ अभिकारक है जो द्रव है। दोनों एक दूसरे में अमिश्रणीय है अतः यह अभिक्रिया विषमांगी उत्प्रेरण के अंतर्गत आती है।
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